हरियाणा में सभी EXIT POLLS ने विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस की सरकार बनते हुए दिखाया है, अब देखना ये है कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री ?
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि यदि कांग्रेस की सरकार बनती है तो इस स्थिति में मुख्यमंत्री की कुर्सी किसे मिलेगी?
भूपेंदर सिंह हुड्डा ?
कुमारी सैलजा ?
या कोई और ........ ?
हरियाणा में वोटिंग के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के भरोसेमंद उम्मीदवारों का रोहतक स्थित उनके घर पहुँचने का सिलसिला जारी है. वहीं अगर देखा जाये तो भूपेंदर सिंह हुड्डा रविवार की रात रोहतक से दिल्ली रवाना हो गए, जहाँ उन्होंने कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया से मुलाक़ात की .
दूसरी तरफ़ देखा जाए तो मुख्यमंत्री की दौड़ में दूसरी बड़ी दावेदार कुमारी शैलजा है , जो मतदान के दिन ही राजस्थान में सालासर धाम पहुंचीं थी, जहाँ उन्होंने पूजा अर्चना कीऔर बाला जी से आशीर्वाद लिया .
अब देखना ये है कि मुख्यमंत्री के नाम का ताज किसके सर पर सजेगा .
किसके नाम पर लगेगी मुहर?
हालाँकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सिरसा सांसद कुमारी शैलजा का हाथ मिलवाकर ये दिखाने की कोशिश की थी कि राज्य की कांग्रेस इकाई में कोई मतभेद नहीं है यह एक ही है. लेकिन इसके ठीक उलट कुमारी शैलजा ने एक नहीं बल्कि कई बार सार्वजानिक रूप से मुख्यमंत्री पद के लिए खुद को योग्य बताया है.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के अलावा एक नाम और भी आया है जो है रणदीप सिंह सुरजेवाला . सुरजेवाला खुद चुनाव नहीं लड़े थे कांग्रेस ने उनके बेटे आदित्य सुरजेवाला को कैथल से टिकट दिया है.
सुरजेवाला भी कुमारी शैलजा के गुट के माने जाते हैं और वे भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा ज़ाहिर कर चुके हैं.
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामकिशन गुर्जर ने कहा कि, “लोगों ने अपना फ़ैसला सुना दिया है. उत्साह का माहौल है. हर ज़िले में जश्न की तैयारी हो रही है.कांग्रेस सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बनाने जा रही है . रही बात मुख्यमंत्री की तो यह फ़ैसला विधायक और आला हाईकमान से होगा.” उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपनी सही निति और नियमों से चलती है .
वरिष्ठ पत्रकार हेमंत अत्री कहते हैं, “हरियाणा में कांग्रेस को कितनी सीटें मिलती हैं, उसके बाद ही तय होगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा. हालांकि कांग्रेस जीत जाती है तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा एक नेचुरल चॉइस की तरह मुख्यमंत्री बनते हुए दिखाई दे रहे हैं.”
जाहिर सी बात है कि
“हरियाणा में दो ही खेमे हैं, एक भूपेंद्र सिंह हुड्डा का और दूसरा कुमारी शैलजा का. 90 में से 72 टिकटें हुड्डा खेमे को मिले हैं, वहीं 9 टिकटें शैलजा खेमे को. ऐसे में भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पलड़ा ज़ाहिर तौर पर भारी है.”
कुमारी शैलजा हरियाणा में सिरसा लोकसभा सीट से सांसद हैं और हरियाणा राज्य की राजनीति में एक प्रमुख दलित चेहरा हैं
कहा भी जाता है कि जब 2005 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बनाया तब भी कुमारी शैलजा रेस में थीं, लेकिन कुछ नहीं हुआ और हुड्डा 10 साल तक सत्ता में रहे. 2019 में कांग्रेस पार्टी ने शैलजा को हरियाणा का अध्यक्ष बनाया. उनकी लीडरशिप में चुनाव हुआ और कांग्रेस को सिर्फ़ 31 सीटें आईं.”
क्या दीपेंद्र हुड्डा भी हैं रेस में?
दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी रोहतक से सांसद हैं और उनका नाम भी मुख्यमंत्री की रेस में लिया जा रहा है.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा की उम्र 77 साल हैं. उनको सुनाई भी सही से नहीं देता है यह उनके इंटरव्यू में भी देखा जा चुका है विशेषज्ञों का मानना है कि वे उम्र की उस दहलीज पर पहुंच गए हैं, जहाँ उनका पूरा ज़ोर अपने बेटे को राज्य की राजनीति में स्थापित करने का है और हुड्डा अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना कहते हैं . हालांकि ये शब्द भूपेंदर हुड्डा की तरफ से नहीं बोले गये हैं फिर भी उनकी बॉडी LANGUAGE से यही लगता है .
आपकी राय क्या है कमेंट में बताएं कि कौन बनेगा हरियाणा का मुख्यमंत्री ????????????
Bhupendra Singh Hooda ka palda bhari LG rahaa h bhai
ReplyDeletebilkul....... baaki kal pta chlega ki spne le rhi h conress ya real h ... BJP vo sher h jo jb tk mot na aaye tb tk mra hua nhi bola ja skta............
ReplyDeletebaki jo bhi bne netao ko mubark